जब जब चुनाव आ जावेला, तब तब तू गीत निकालत हो । कबहूं बिहार, कबहुं यूपी, गिन चुन कर कमी निकालत हो ।। खुद को परसिद्धि पावे का, खुद का सपना का का बा । जाके बनी जा रौवऊ नेता, होखे यदि तोहरे ईहे मन बा। फिर पुछिह ला, और बुझिह ला, यूपी - बिहार में का का बा ।। बिहार में का न बा, बिहार में सब कुछ बा । यूपी में सब बा, यूपी में सब बा ।। #सुजीतकुमारमिश्राप्रयागराज ©poetsujeet #यूपीचुनाव #यूपीमेंकाबा #यूपीमेंसबबा #बिहारमेंसबबा #poetsujeet #yq_मिश्रा #amarujalakavya #together