इश्क का मतलब ... नही जानते... तो क्या कीजीए...
प्यार की चाह मे.... राह भुल बैठे... तो क्या कीजीए...
इन उदास नजरों का... क्या था केहना..
सुना रहा था... घाव कितना है गेहरा..
तेरी कोशिशे हजार... छिपा ना सके.. तो क्या कीजीए...
इश्क का मतलब... नही जानते ... तो क्या कीजीए...
#कविता