।।तुझको क्या लगा --- हम छोड़ कर चले जाएंगे, तेरे दर्द को नहीं समझ पाएंगे, अरे नहीं रे.... तू तो मेरा फरिश्ता है, तुझको कैसे भूल पाएंगे, साथ दिया था तब तूने , जब मेरा न कोई अपना था, मैं हूं हरदम संग तेरे, खो गई हैं जो कहीं, वो खुशियां फिर हम लाएंगे, रात जो ठहरी सी है, गुमसुम सी है फिर होगी भोर , फिर पंछी चहचहांएगे, हम भी तब मंद मंद मुस्कुराएंगे।। फिर हम मुस्कुराएंगे