मैं लिख तो लूंगा,मेरे उलझे हुए तमाम जज्बातों को..! मगर ये बताओ... क्या तुम समझ पाओगे मेरे सुलझे हुए अल्फाज भी..!! मेरी कलम ®$@d!k...m€h@r.......77 todays thought...77