हा मैं अनपढ़ हूँ क्याेकि मैं औरत हूँ भूलना पड़ता है मुझकाे वाे सारे ट्राफी और मेडेल क्याेकि मैं औरत हूँ , हां मैं अनपढ़ हूँ तेरे सामने तुझसे ज्यादा हिम्मत हाैसला रखती हूँ ताे भी नही बन सकती सेना की कमांडेट क्याेकि मैं औरत हूँ ताे चलाे मैं मानती हूं पूरी तरह से हां मैं अनपढ़ हूं Challenge 8- अनपढ़ हूँ 6 - 8 पंक्तियों की रचना कर प्रतियोगिता में भाग लें। #yqbaba #yqdidi #tmkosh 🎯 पंक्तियों की संख्या को 6 से 8 तक करने का उद्देश्य आप सभी रचनाकारों की लेखनी को स्वतंत्र करना है। ♦️#collab करने के बाद विषय के comment में Done लिखें। ♦️ रचना चुनी जाने के बाद दुसरे दिन के विषय पर रचना लिखी जाने पर ही उसे विजयी घोषित किया जायेगा। ♦️ कृपया 11:00 pm तक अपनी रचनाएँ भेज दें। ♦️ इन सभी रचनाओं में से एक रचना को टीम द्वारा विजयी 🏅घोषित किया जायेगा परन्तु इसका यह अर्थ बिलकुल नहीं है कि और सभी रचनाएँ अच्छी नहीं हैं।