ज़माने की धड़कन समय है,
हर लम्हा उसकी कहानी समय है।
किसी की चाहत, किसी का ख्वाब,
सब कुछ उसकी चपलता में बसा समय है।
कभी चमकता है सूरज, कभी छाँव,
समय की लहरों में भटकते हुए हम।
कहीं धुंधला सा, कहीं चमकता तारा,
समय की राहों में खो जाते हैं हम। #Poetry#samay#Waqt⏰#time_#waqt_waqt_ki_baat_hai#Time⏰