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असफल कायर घूस क्या है ?आप अच्छी तरह से जानते होंगे

असफल कायर
घूस क्या है ?आप अच्छी तरह से जानते होंगे। 
हर असफल युवा यही कहता है कि बेरोजगारी है। 
नौकरी में घूसखोरी चल रही है। सरकार बेरोजगारी दूर नही कर रही है। आज से नही जब से मैने होश संभाला है  तब से सुन रहा हूँ। जो लोग घूस-घूस कर रहे हैं उनसे मैं पूछना चाहता हूँ कि इतने दिन से जो भर्तियाँ पूरी हो रही हैं क्या सब घूस देकर हुई। और आपने कितने प्रतियोगिता पास किया है। नियम के अनुसार कितने नौकरी का लक्ष्य पूरा कर दिया है। और आपसे किसने घूस मागा है।  
आज कल अधिकतर ये हो रहा है। हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट नकल करके पास हुए। माँ बाप बच्चों का रिज़ल्ट देख कर उन्हें बाहर भेज दिये तैयारी के लिए। न मां बाप को पता है कि बच्चा करना क्या चाहता है। न बच्चे का कोई मंजिल है। 
बस जिस नौकरी का आवेदन आये सब डाल देना। बच्चा चार आवेदन करता है और दिमाग चार ओर दिमाग लगाता है। और माँ बाप जब सुनते हैं कि हमारा बच्चा चार नौकरी में आवेदन किया है तो उन्हें लगता है कि मेरा बच्चा  चारो नौकरी  पा गया। 
लेकिन बच्चा चार ओर दिमाग लगाने कि वजह से  किसी में  नहीं रह जाता और सब से हाथ धो बैठता है और माँ बाप सेकहता है कि आज कल घूस चल रहा है सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है। और माँ बाप ये भी नहीं पूछते कि तुम्हारा रिज़ल्ट कैसा है  पास हुए कि फेल। अरे मूर्खों इतना दिमाग लगाओ कि अगर कभी घूस मागा भी जायेगा तो लिखित परीक्षा में कभी नहीं।  जो माँ बाप अपने बच्चे को इतना पैसा खर्च करके पढा सकते हैं वो नौकरी के लिए घूस देने के लिए पीछे कभी नहीं करेंगे। लेकिन तुम उस योग्य बनो तो सही। 
मंजिल चुनना अतिआवश्यक है बिना मंजिल के ज़िन्दगी भटकते और दूसरे के ऊपर इल्जाम लगाते ही बीत जायेगी। अपनी असफलता पर अपनी कमी ढूंढना ही महानता है अपनी गलती पर दूसरे का दोष देना सबसे बड़ी कायरता है।  #NojotoQuote घूसखोरी
असफल कायर
घूस क्या है ?आप अच्छी तरह से जानते होंगे। 
हर असफल युवा यही कहता है कि बेरोजगारी है। 
नौकरी में घूसखोरी चल रही है। सरकार बेरोजगारी दूर नही कर रही है। आज से नही जब से मैने होश संभाला है  तब से सुन रहा हूँ। जो लोग घूस-घूस कर रहे हैं उनसे मैं पूछना चाहता हूँ कि इतने दिन से जो भर्तियाँ पूरी हो रही हैं क्या सब घूस देकर हुई। और आपने कितने प्रतियोगिता पास किया है। नियम के अनुसार कितने नौकरी का लक्ष्य पूरा कर दिया है। और आपसे किसने घूस मागा है।  
आज कल अधिकतर ये हो रहा है। हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट नकल करके पास हुए। माँ बाप बच्चों का रिज़ल्ट देख कर उन्हें बाहर भेज दिये तैयारी के लिए। न मां बाप को पता है कि बच्चा करना क्या चाहता है। न बच्चे का कोई मंजिल है। 
बस जिस नौकरी का आवेदन आये सब डाल देना। बच्चा चार आवेदन करता है और दिमाग चार ओर दिमाग लगाता है। और माँ बाप जब सुनते हैं कि हमारा बच्चा चार नौकरी में आवेदन किया है तो उन्हें लगता है कि मेरा बच्चा  चारो नौकरी  पा गया। 
लेकिन बच्चा चार ओर दिमाग लगाने कि वजह से  किसी में  नहीं रह जाता और सब से हाथ धो बैठता है और माँ बाप सेकहता है कि आज कल घूस चल रहा है सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है। और माँ बाप ये भी नहीं पूछते कि तुम्हारा रिज़ल्ट कैसा है  पास हुए कि फेल। अरे मूर्खों इतना दिमाग लगाओ कि अगर कभी घूस मागा भी जायेगा तो लिखित परीक्षा में कभी नहीं।  जो माँ बाप अपने बच्चे को इतना पैसा खर्च करके पढा सकते हैं वो नौकरी के लिए घूस देने के लिए पीछे कभी नहीं करेंगे। लेकिन तुम उस योग्य बनो तो सही। 
मंजिल चुनना अतिआवश्यक है बिना मंजिल के ज़िन्दगी भटकते और दूसरे के ऊपर इल्जाम लगाते ही बीत जायेगी। अपनी असफलता पर अपनी कमी ढूंढना ही महानता है अपनी गलती पर दूसरे का दोष देना सबसे बड़ी कायरता है।  #NojotoQuote घूसखोरी