वो आधा घण्टा का वक्त आज बहुत ही कम लग रहा है, बैठा था जब "नाना"जी पास और वो समाज़-संप्रदाय-राष्ट्र की चिंता मुझे बता रहे थे, उम्र की हर दह़लीज पर समाज सेवा उनके लिए सर्वोच्च रहा, काश!वहाँ वक्त कुछ ज्यादा निकाला होता उनके लिए, वो अपने मन में भरे कुछ और दर्द को हमसे कह पाते,हम कम कर पाते कुछ दर्द को तो शायद मेरे "नाना "अभी और जी पाते.. .!!😭😭😭 #black day in my life...😭😭