मुझसे मिलने वो "_सपनों में_" आज भी कभी-कभी आती है, न जाने क्यों चेहरे पर गुस्से की लाली लिए आती है, फिर देख मेरी आँखों में आँसू, मेरे माथे को चूम खुद भी रोने लगती है, फिर न जाने क्यों, #कम्बख़्त मेरी नींद खुल जाती है, मैं उसका लाडला था "_नही-नही हूँ_" इसलिए तो अब भी मुझसे वो मिलने सपनो में आती है, #मेरी_माँ😢 #irahul_rd #irD #rahulnirbhaynojoto