“वही कच्चे आमों के दिन गॉंव में हैं वही नर्म छॉंवों के दिन गॉंव में हैं मगर ये शहर की अजब उलझनें हैं न तुम गॉंव में हो, न हम गॉंव में हैं” 😊 ©Nilesh Dwivedi #drowning A G Birajdar