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सांस और धड़कन धड़कने बढ़ गई थी उस दिन जब तुम्हारा

सांस और धड़कन धड़कने बढ़ गई थी उस दिन 
जब तुम्हारा इंतजार किसी रेस्टोरेंट में कर रहे थे
 और तुमने
 फोन रिसीव करना भी जरूरी नहीं समझा! #farebilog
#mood
सांस और धड़कन धड़कने बढ़ गई थी उस दिन 
जब तुम्हारा इंतजार किसी रेस्टोरेंट में कर रहे थे
 और तुमने
 फोन रिसीव करना भी जरूरी नहीं समझा! #farebilog
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