खुशी को बाहर क्यों ढूंढता है बंदेया!! कभी खुद में झांक कर देखा है? ... कभी समय मिले तो खुद में भी झांक लेना... तुझ में ही तेरी सबसे बड़ी ख़ुशी छुपी है., जिसे तू हर वक्त करता अनदेखा है.. जिसे तू हर वक्त करता अनदेखा है!! - प्रसन्नता सक्सेना(p.x) ©being me! #chhoti_si_kavita #SELF_ANALYSIS #hidden_happiness