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आज़ मेरी रूह में एक अजीब सी हलचल हुई और ऐसा लगा मान

आज़ मेरी रूह में एक अजीब सी हलचल हुई और ऐसा लगा
मानो इस मदहोश फिज़ा में मचलते मौसम ने अंगड़ाई लेकर
ठंडे-ठंडे हवा के झोकों संग मिलकर आहिस्ता-आहिस्ता
तेरे सुर्ख रुख़सार को छुआ हो जैसे । #NojotoQuote आज़ मेरी रूह में एक अजीब सी हलचल हुई और ऐसा लगा
मानो इस मदहोश फिज़ा में मचलते मौसम ने अंगड़ाई लेकर
ठंडे-ठंडे हवा के झोकों संग मिलकर आहिस्ता-आहिस्ता
तेरे सुर्ख रुख़सार को छुआ हो जैसे ।
आज़ मेरी रूह में एक अजीब सी हलचल हुई और ऐसा लगा
मानो इस मदहोश फिज़ा में मचलते मौसम ने अंगड़ाई लेकर
ठंडे-ठंडे हवा के झोकों संग मिलकर आहिस्ता-आहिस्ता
तेरे सुर्ख रुख़सार को छुआ हो जैसे । #NojotoQuote आज़ मेरी रूह में एक अजीब सी हलचल हुई और ऐसा लगा
मानो इस मदहोश फिज़ा में मचलते मौसम ने अंगड़ाई लेकर
ठंडे-ठंडे हवा के झोकों संग मिलकर आहिस्ता-आहिस्ता
तेरे सुर्ख रुख़सार को छुआ हो जैसे ।