सोच-विचार सोच-विचार में डूबा मन, ऊँगली में फँसी अंगूठी से खेलता है, तो कभी एकटक नज़रें गढ़ा देता है कहीं, उन नज़रों में जाने कितनी बातें समाई होती है, जिसका आधार कुछ न हो शायद; मगर, इक दुनिया ज़रूर बसी होती है सिर्फ वहाँ, वहाँ जहाँ सब कुछ हो रहा होता है, सही-गलत, सच-झूठ से परे, जो भी सोचा उसे होता देख लिया, आस-पास की दुनिया से बेखबर, खुदमें खुदसे खुद के लिए इक जहान बनाना, उस जहान में रोज़ कुछ पल जी आना, सही तो है, आखिर भागती-दौड़ती इस ज़िन्दगी में, कुछ तो हो जो हमें खुद में उतरने दे, तो शायद, ऊँगली में फँसी अंगूठी और एकटक नज़रें, हमें वही मुक़म्मल कराती हैं, जो असल में हमसे कोसों दूर है; और हम भी शायद उन्हें सिर्फ वहीँ पाना चाहते हैं... सोच-विचार की अपनी दुनिया... #सोचविचार #अँगूठी #yqdidihindipoetry #vineetvicky #poetryflashes #nanowrimo2020 #encoreekkhwab #encore_ek_khwab