उस शाम वो मलाल थी, उन कड़की शर्द हवाओं में , अब हो गया उजाला जैसे धूप निकल आयी हो। 📝 मेरी ✒ कलम से 📝 शर्द हवाओं में धूप #Walk_on_the_way #syahi2 #nojotohindi #poetry