ना दुःख, ना खुशी मेरी हुई। ना मेरे रोने की ख्वाहीश मेरी हुई। मेरे लब्ज़ो ने तो बहुत संभालना चाहा, पर ना मेरे जीवन की कलम मेरी हुई। ©Kunal Gir कलम #pen #कलम #दुख #खुशी