*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“2/12/2021”*📚 🖋️*“गुरुवार”* 🌟 “जीवन” में “मन की शक्ति” आवश्यक है, अब मन की शक्ति हम कहाँ से प्राप्त करते है ? “निश्चय की शक्ति” से, अब “निश्चय की शक्ति” कैसे बढ़ाई जाए ? हम दिन-प्रतिदिन निश्चय करते है कुछ छोटे तो कुछ बड़े, किंतु जैसे ही “निश्चय पूर्ण” करते है “मन की शक्ति” बढ़ जाती है, कोई निश्चय हम पूर्ण न कर पाए तो “मन की शक्ति” घट जाती है, एक “दीवार की भांति” जैसे हम छोटी-छोटी “शिलाएं” एक दूसरे के ऊपर लगाते जाते है एक “दीवार” खड़ी हो जाती है, इतने सारे “पत्थर” एक साथ आ जाते है तो एक ऐसी “दीवार” बन जाती है जिसे “तोड़ना” लगभग “असंभव” हो जाता है, वैसे ही “मन” है और वैसे ही “निश्चय”, “छोटे-छोटे कर्म” करके अपने “निश्चय” पूर्ण किजिए, “निश्चय पूर्ण” होंगे तो “मन की शक्ति” बढ़ेगी, तो “मन की शक्ति” बढ़ाकर रखिए ताकि आप “उचित मार्ग” पर चल सके,“उचित गति” के साथ “मनचाहे स्थान” पर पहुंच सकेंगे... *✍🏻“अतुल शर्मा* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“2/12/2021”*📚 🖋️ *“गुरुवार”* 🌟 *#“जीवन”* *#“मन की शक्ति”*