कर्मभूमि (In Caption) मीलों दूर गांव को बोल अलविदा आया था मैं परिवार के खातिर दो रुपए कमाने, नन्हीं बेटी के दूध के बूढ़े मां-बाप के इलाज को पैसे जुटाने। मीलों दूर गांव को बोल अलविदा मैं आया था कुछ सपने सजाने, पत्नी को दिया हुआ सुखी रखने का वचन,