तुम बिन कुछ नहीं हूँ मै तुम चाँद हो मैं एक तारा हूँ ओझल सा एक सितारा हुँ अंधियारे में दीप हो तुम मैं बुझा हुआ सा प्याला हूँ तुम सूरज की पहली किरण मैं तो केवल छाया हूँ तुम पावन सन्तोषी हो मैं तो केवल माया हूँ खुशबू सिंह तुम बिन कुछ नहीं हूँ मैं