मैं ख्वाबों में देख रही थी तुम को मैं चिराग दे रही थी जलते दिप को। मैं भिंग गई हूं इस कदर तेरे इश्क में मैं बादल बुला रही थी सुखने को। तेरी चाहत ने इस कदर बेकरार किया तेरे एक पल दूर होने पे , मैं मौत को बुला रही थी ।।।।।।।।।मुझे गले लगाने को।।।।।।।।। #तुम को