तीन परिन्दे ही उडे़ थे आज के दिन आसमान भी रो पड़ा | वो हस रहे थे पर पुरा हिन्दूस्तान रो पड़ा #sahid bhagat singh,rajgur,sukhdev #salute #इंकलाब #जिंदाबाद