सिमट सी गई जिंदगी एक पल में कहीं फ़िर उठकर खुशियों में झूमने को जी चाहता है! सारी रस्मों-कसमों को निभाया हमनें हर बंधन बेड़ियों से मुक्त होना चाहता है! रख कर पत्थर सीने पर मुस्कुराया हमनें, खुलकर हँसने का अब वज़ह चाहता है! यूँ तो प्यार में डूबे थे वसंत हवाओं सा, पतझड़ में भी रहकर फूल खिलाना चाहता है! साँसें अटक अटक कर चलती है कभी मेरी, दिल को धड़कने का मोहलत चाहता है! ना कोई चिंता ना ही फ़िक्र, हर रिश्ते को अपनाना चाहता है! ज़िंदगी छोटी ही सही, मग़र तेरे दामन में एक बार फ़िर जीने को जी चाहता है! नमस्ते लेखकों। कोलाब करें Pen n Popcorn के साथ और जोड़े अपने सुनहरे शब्द हमारे शब्दों में।🍿❤️ #pnpdaaman #pnphindi #pennpopcorn #collabwithpnp #pnp120121 #YourQuoteAndMine Collaborating with Pen n Popcorn