जिसे पढ़ते वक्त मेरे होठो पर मुश्कान आ जाती है मैं जितनी भी उदास क्यों न हो मुझे ज़िन्दगी के अलग पहलू से रूबरू करती है एक उम्मीद सी जगाती है रात कितनी भी काली क्यों न हो सुबह का सवेरा अंधेरे को मिटा ही देता है वक़्त कितना ही बुरा क्यों न हो वो भी आखिर कट ही जाता है । #किताबकीतरह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #truefeelings #forbestfriend #motivation #loveforher