आज फिर वही हालात है मैं और मेरी तन्हाई मेरे साथ है आज फिर वही जज़्बात है कुछ मुकमल कुछ अधूरी मेरी बात है आज फिर वही मुश्किलात है मेरे दिल या जेहेन के बीच किसी एक को कि चुनने की बात है आज फिर वही हालात है दास्ताने मोहबत लिखू या लिखू कामियाबी के सिलसिले कुछ इसी कश्मकश में आजकी रात है आज फिर वही हालात है आज फिर वही हालात है मैं और मेरी तन्हाई मेरे साथ है आज फिर वही जज़्बात है कुछ मुकमल कुछ अधूरी मेरी बात है