ना ये केमिस्ट्री होती, ना ही इसके स्टूडेंटस होते, ना ही लैबोरेट्री होती, ना ही हार्ट एक्सीडेंट होते, प्रैक्टिकल के दौरान नज़र आई एक लड़की,खूबसूरत थी ऐसे मानो टेस्ट टयूब हो जैसे,बालो में उसके ईस्टर की खुशबू, बातो में उसके ग्लूकोज़ की मिठाष, नज़रें मिली तो रिएक्शन हुआ,तब जा कर प्यार का प्रोडक्शन हुआ,अब तो लगाने लगा हु उसके घरों का चक्कर,जैसे इलेक्ट्रान लगता है nucleus का चक्कर...😄🤔🤔 ना ये केमिस्ट्री होती, ना ही इसके स्टूडेंटस होते, ना ही लैबोरेट्री होती, ना ही हार्ट एक्सीडेंट होते, प्रैक्टिकल के दौरान नज़र आई एक लड़की,खूबसूरत थी ऐसे मानो टेस्ट टयूब हो जैसे,बालो में उसके ईस्टर की खुशबू, बातो में उसके ग्लूकोज़ की मिठाष, नज़रें मिली तो रिएक्शन हुआ,तब जा कर प्यार का प्रोडक्शन हुआ,अब तो लगाने लगा हु उसके घरों का चक्कर,जैसे इलेक्ट्रान लगता है nucleus का चक्कर...😄🤔🤔