दिन-रात पसीने को मिट्टी में मिलाकर, मुस्कुराकर वो आशियाना सजाता रहा वक्त आया जब आशियानें में रहने का ,एक कोने में भी उसका ठिकाना ना रहा बदल रहा है जीवन, बदल रहे संस्कार लालो को जो पालते हैं, वही देते हैं बड़े होकर मात☹️☹️☹️ #अहसासों_की_एक_कहानी #किसानों_की_मेहनत_पर_पानी #किसानों_की_ख्वाहिश #yqbesthindiquotes #रिश्तोंमेंदीवार #जीवनकेदिनचार