#शौकहैकिशोक
लगी #नज़रज़मानेकी,मुझसे जलने वालों की
दुनिया की तो छोड़ो,टोली शामिल थी इसमें भी #घरवालों की
ईर्ष्या ,द्वेष ,घृणा ,ग्लानि ,
द्वंद, कुंठा ,अत्याचार , परेशानी #घुटन बन गई शौक की
नश्वर संसार की नाशवान वस्तुओं की तरह जान पे बन आई शौक की
और ऐसे ही एक दिन अनायास जाने कब कैसे कहां #मौत हो गई शौक की,,, #कविता#सहारा#छला#rakeshyadav#चलबसा