वो मेरी तकदीर नहीं खूबसूरत ख्वाब था शायद पर आज भी उससे उतनी ही मोहब्बत करती हूं याद आ जाते है मुझे उसके साथ बीते चंद लम्हे मुझे जब भी मैं खुदा से इस किस्मत की कोई शिक़ायत करती हूं सिर्फ पाना ही तो अंजाम नहीं होता मोहब्बत का यारों हर पल अपनी दुआओ मे खुदा से उसकी हिमायत करती हूं आखिरी सांस तक उसे हंसता हुआ देखना है मुझे इसलिए हर शाम मौत से बगावत करती हूं कुछ इस क़दर मोहब्बत हो गई है इन दूरियों से मुझे की हर जनम यूंही उसे दूर से खुश देखने की चाहत करती हूं कहती है दुनियां की मोहब्बत के मायने नहीं मालूम मुझे मैं उससे मोहब्बत नहीं मै तो उसकी इबादत करती हूं ऐ खुदा थोड़ा और वक्त दिया होता मुझे चंद लम्हे बिताने की जब भी तुझे दूर से तेरी मासूमियत को झलकते हुए देखती हूं अगले जनम मे मुझे फिर वो मिले इसकी आपसे इल्तज़ा करती हूं ©madhurajkumarofficial #togetherness #realstoryofmylife #loveforever_deepfeelings #together