जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी…. क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी… #_इन्कलाब_जिन्दाबाद #_भीम_आर्मी_जिन्दाबाद सुनिल लिखाला आजाद Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto