कि उनके कानों में कुछ आवाज़ कर दो, वो बड़े ख़ामोश बैठे हैं खलन तुम आज कर दो.... वो गहरी निगाहों से आसमां को खींजते है, या तो कैद रहने दो,या फिर आज़ाद कर दो... हताश सर पर हाथ रख कर जमी को चूमते हैं देखो, जिंदगी हैरत बने इससे पहले बर्बाद कर दो.... महज इत्तेफ़ाक़ नही कि बादलों के साथ बरसेंगे वो भी, तुम बारिश कि बात छोड़ो, बस सूखा जमीं को आज कर दो.... और उनकी तलवार कई टुकड़ो में बिखर गई है अब, तुम हार भूल कर, बस जीत का आगाज़ कर दो। #NojotoQuote #Tum jeet ka aagaj kar do...