फूल फूल से बने जैसे हार, जन जन से ये संसार, स्वार्थी हुआ जब से इंसान, टूट रही मर्यादा, टूट रहे परिवार जैसे बूंद बूंद से सागर भरे, प्रेम और सौहार्द से जीवन की गागर भरे.. मानवता ही परमोधर्म, देश धर्म जात देख ना हो व्यवहार भर जाए दिलों प्यार का अतुल्य भंडार, किस बात फ़िर रहे कमी,!स्वर्ग से सुंदर नज़र आये संसार। Challenge-111 #collabwithकोराकाग़ज़ 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #बूँदबूँदबनेसागर #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi Best YQ Hindi Quotes Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️