कोरे कागज पे लिख के, उसे यूं ही रंगीन कर दिया करते हैं बेमतलब मुस्कुरा के, कुछ जुर्म संगीन कर लिया करते हैं। मोहब्बत को मंजील नहीं हमसफ़र बनाओ