एक बात कहूँ गर तेरी इज़ाज़त है, तो दो कदम मैं भी तेरे साथ चलूँ,, अरसे से एक हसरत है दिल मे के पकड़ कर तेरा हाथ चलूँ,, सुनो,तेरे बिना मेरे ख्वाबों की हर ताबीर अधूरी है बताओ न कब मिटेंगे ये जो फासले है ये जो दूरी है! 😍😍