दिल तो बस ये चाहे हमेशा जैसा वो चाहे हो बस वैसा अपनी मनमर्ज़ी, अपनी खुदगर्ज़ी ये भी बन बैठा तेरे जैसा रहना न चाहे अब साथ मेरे चाहिये कोई इसे तेरे जैसा ना इश्क़ ज़रूरी, ना तू है ज़रूरी मैं बेहतर हूँ अब, जो भी हूँ जैसा भूले न एक पल भी दिल तुझको कहे भुला के तुझे, फिर जीना कैसा गर ना है शिकायत, न कोई परेशानी दिल पूछे फिर क्यों ये दूरी कैसा देख के तुझको, अब भी तेज़ हो धड़कन दिल कहे, इश्क़ में तो होता ही है ऐसा रख शिकायत कुछ भी,पर उसे बरक़रार न रख मोहब्बत में नफ़रत की कोई दीवार न रख #atifmast #yqbaba #yqhindi #yqdidi #qouteoftheday #love #poetry #shatif