दोस्त तो कोई था नहीं पर जमाने ने दुश्मन जैसे दोस्तो की तरहा वार किया कुछ थे अपने उन्होंने पीछे से वार किया,दुश्मन जैसे दोस्त तो नहीं मगर दुश्मन जमाना बन गया, इतनी बार वार किया कि मेरे मन के इंसान को तार तार किया,वक्त ऐसा बन गया मेरा कि मुझे किसी पे कया खुद पर भी यकीन न रहा दोस्त तो कम जमाने ने जयादा वार किया दुश्मन जैसे दोस्त...। #दुश्मन जमाना