मरघट पर, बिल्कुल नही घबराए हम अपनी अधजली काया को देखकर । लोगो की भीड़ तो नही देख पाए, पर कही कोने से आती उसकी खुशबू हमारे जीने की तमन्ना को बढा रही थी। उसकी आँखों से निकला हुआ पानी देख, जब उठने का सोचा तो एक लकड़ी और रख दी गई हमारे उपर __आकांक्षा श्रीवास्तव ✍️ #Fire #writerssquad #writtenbyakansha