ज़ख्मों की बात अब न करो हमसे खायी चोट जिनसे भी वो शख्स बहुत आला निकला जाम समझ पीते रहे हम महफ़िल में जिसे कम्बख़त वो भी ज़हर का प्याला निकला ©Sanjay Singh Chandel lesions