कभी फासलो का भी जायका चखा कर मेरे यार ये फासलो कि रहमत,रिश्ते में और कशिश ले आती है, जब बेताबी से तड़पते है दो दिल तो ये मोहब्बत के इत्र कि ख़ुशबू कुछ ज्यादा ही आती है... #openpoetry#मोहब्बत