*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“28/12/2021”*📚 🖋️*“मंगलवार”* 🌟 देखिए “मूल्यवान वस्तुओं” का “दुरुपयोग” करना “अनुचित” है, पर आप में से कुछ यही कर रहे है सोचकर देखिए... “मनुष्य” इस “संसार” का सबसे “श्रेष्ठ प्राणी” है, और “मनुष्य का शरीर” सबसे “मूल्यवान रत्न” है, अब इसके साथ आप क्या कर रहे है ? क्या इसका “दुरुपयोग” नहीं कर रहे, ना आप “स्वास्थ्य का ध्यान” रख रहे है, आप में से कुछ “अनुचित मार्ग” पर चलते है केवल “धन अर्जित” करने के लिए, कभी-कभी “पाप कर्म” भी कर लेते है, ये “दुरुपयोग” नहीं है क्या, अब “सोचकर” देखिए कि हम इस “शरीर” के साथ क्या कर सकते है, यदि हम इसका सही “उपयोग” करे तो हम “अथाह अर्जित” कर सकते है, हम केवल “स्वयं” को ही नहीं अपने आसपास सभी “लोगों” को “संतोष” प्रदान सकते है, आज आप “संकल्प” लीजिए कि मैं इस “शरीर का सदुपयोग” करूंगा/करूंगी,अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करूंगा/करूंगी,पुण्य के मार्ग पर चलूंगा/चलूंगी, सबके “हित के लिए”,सबकी “प्रसन्नता के लिए” “कर्म” किजिए और इस “मार्ग” पर चलिए, ये “मन” सदैव “प्रसन्नचित्त” रहेगा... *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“28/12/2021”*📚 🖋️ *“मंगलवार”* 🌟 *#“मूल्यवान वस्तुओं”* *#“दुरुपयोग”*