फर्क पडता नही तेरे-मेरे दरमियाँ है क्या मोहब्बत तो दिल मे है इजहार थोढी ना है किया मुझे पता है शामे तुम्हारी किसी के नाम लिखी जा चुकी पर तो क्या हुआ मोहब्बत तो मेरी है इक तरफा हुआ तो क्या हुआ, चाहत तो मेरी है #फर्क_पडता_नही_तेरे_मेरे_दरमियाँ_है_क्या------