अब उनको कैसे याद दिलाया जाए , क्या उनके घर जाकर बताया जाए , हर बार जिसके sms का इंतजार रहता है, तो क्या उन्हें sms करके समझाया जाए, . ....... कि परसों मेरा जन्मदिन था, यह जो रिश्तो को खिलौना समझ लेते हैं ; 'याद नहीं था' झूठ भी बोल देते हैं, जिनके इमोजी(😊) पहले दिल तक खोल देते थे, वह अब हाल तक नहीं पूछ लेते हैं , अब क्या इसका भी विज्ञापन छपवाया जाए, ......... कि परसों मेरा जन्मदिन था, -DHARMENDRA KASHYAP "DHARMA" #NojotoQuote .....परसों मेरा जन्मदिन था #birthday #nojoto #friends