Day - 6 Team "E" मेंबर :- Vedantika बचपन में मैं ना जाने कितने ही अभिनेताओं पर मोहित हो जाती थी। फिल्मों को ज़िंदगी की वास्तविकता मान कर उनमें ही अपने जीवन की कल्पना किया करती थी लेकिन अब जब भी उस समय के बारे में सोचती हूँ तो हँसी आ जाती हैं कि वाकई तब मैं बच्ची ही थीं। जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई और मेरे विचार बदले, मुझे किसी अभिनेता के बजाय एक ऐसे पुरूष ने आकर्षित किया, जिसे संसार में भगवान कृष्ण, कन्हैया, माधव और ना जाने कितने ही नामों से पुकारा जाता हैं।