White अकेला तन्हा सफर कर रहा हूं दर्द खुद का खुद से बया कर रहा हूं घाव खुद को गहरा दे ज़ख्म गहरे खुद के भर रहा हूं अकेला तन्हा सफर कर रहा हूं तलाशता रहा कोई हमदर्द मिल जाए मुझे अनजाने सफर में कोई पूछ ले हाले दिल अपना सोच कर ज़िंदगी मे बढ़ रहा हूं अकेला तन्हा सफर कर रहा हूं दर्द खुद का खुद से बया कर रहा हूं ©sushil #sad_quotes #शून्य राणा