। वक्त की स्याही । स्याही से भरी हुई शीशी वक्त की खूटी पर टंगी हुई लालटेन का उजाला एक नए वजूद को कोख में पोशना तत्पश्चात शब्दो के जाल को रफ्ता-रफ्ता कदम रखकर उलझी हुई उंगलियों के साथ कलम से कागज पर छिटकती है। ©Sita Kumari #वक्त_की_स्याही #वक्त_बे_वक्त #ink