बुझ ना सके जो ऐसी पियास मे रेहना, चाँद पर चलना आफताब मे रेहना, ये सारी गलतिया है मेरे दिल की जनाब, इसने सीखा ही नही औकात मे रेहना। :- बॉबी वर्मा #nojoto #nojotopoetry #nojotoshayri #nojotolove #nojotoshayri #hindi #hindishayri #औकात #दिल