सिहासी जंग मे, एक कुर्सी के खातिर, हिंदू, मुस्लिम का नाम लेकर देखो ये लोग अपना ईमान बेचते हैं, जो हवा जीने को जरूरी, उसे कैद कर बोतलों मे देखो ये अब जान बेचते हैं। बड़ा तन कर चलते थे घमंड से जो, जोर दिखाते थे सिक्के का, आज उन्ही को चारपाई पर कुछ दिनों का आराम बेचते हैं, जीते जी बेच दी ये इंसानियत, ये शहर, ये देश, अब देखो मरने के बाद ये लोग समसान् बेचते हैं। © Mintu sahu #kursikakhel#politics#indiafightagainstcorona#beunited#humanity v/s #Politics #stay_home_stay_safe