अजीब कशमकश है..! चढ़ा है रंग-ए-मोहब्बत छुपाऊं कैसे, अब घर पे नाम बता तेरा बताऊं कैसे ! नशा निगाहों का तेरा यूँ चढ़ गया मुझ पर, अब इस हाल में मैं आज घर जाऊं कैसे ! क्यूं तेरे सिवा ना कोई और समझ आये, अब ये बात घरवालों को समझाऊं कैसे ! ©kunal kumar #mohabbat #love #lovestory #untoldfeelings #support #followme