उन्हे हम याद नही,, जिनकी यादे संजो रहे है,,, वो आज़ाद है हमसे,,, और हम उनकी खयालो मे फसे है,,,,,, ना जाने उस रब की क्या मर्ज़ी होगी, क्यौकि ,,,, उसकी याद और आँसू को लेकर हम,,, आज भी मुस्कुरा रहे है,,,, #yaadai Author Shakti Tiwari Prakash Kumar ✍️sk मौर्यवंशी...1920🇮🇳 Suman Zaniyan Maneet