लकीरें नही क़िस्मत मे अब तेरी लकीरें, होने लगी है दूर अब हाथो से अपनी परछाईयाँ मे रात हूँ एक लम्हे सा तू सुबह है मेरा आईनें सा मे किनारा धुप सा आसमां वो सेहर सा,अब खुशी की लहर नही इन् लबों पे जख्म गहरा सा तू दे गया तडपती है साँस भी आँखों के अश्क देख कर हिसाब माँगने लगी हैं धड़कनें मेरी बेपरवा यूँ नादानियाँ देखकर,सोचती थी की सिर्फ मैंने उन्हें यादों में रखा खबर न मुझे हुई उन्होंने हमें अपनी धड़कन में बसा रखा खुदकी यादों को भुलाके,अंजान हो गये हम आज तेरी धड़कनो में भी रहके,तुझे लगा हमसे दूर जाना लाज़मी है दी हमने वो ख़ुशी भी तुझे फ़िर क्यों खुदके वजूद को खो रखा है जाओ उस रौशनी की ओर ले आओ अपनी सांसें उधार की ज़िन्दगी जीने के लिए तुम कर्जदार नही,मेरी मोहब्बत हो तुम कोई फकीर नही ! माना हाँ बोहत अलग सी हैं अपनी यह लकीरें तो क्या हुआ जानते नही लकीरो का अंत नही होता बस उनकी किस्मत में धड़कनें नही होती वर्ना हमारी तरह जिन्दा जरूर होती !! नही किस्मत मैं अब तेरी लकीरें "नही किस्मत में अब तेरी लकीरें है बहोत अलग सी अपनी यह लकीरें न जाने क्यों दूर होके भी चुभती हैं यह तक़दीरें" लकीरें #Nojoto #Destiny "You Create Your Own Meaning."