आपका कर्म और आपकी कूटनीति वो निर्मल-अग्नि समान है, जो आपके हुनर को तपिश रूपी प्रदर्शित करके आपके विचारों को सटीकता को स्वर्ण-रूपी आकार देती है, और आपका आने वाला कल किस रूप में परिवर्तित होगा उसका मूल्यांकन भी करा देती है, क्योंकि आपका आने वाला कल आपकी निपुणता पर टिका होता है, इसी उद्देश्य से अपने आने वाले कल को सुरक्षित करने हेतु उस पर खरा उतरना होता है, ♥️ Challenge-855 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।